S T D क्या है? ( What is S T D ?)

नवजात स्त्री पुरुषों में होने वाली ऐसी बीमारी अनैतिक ढंग से यौन संबंध बनाने के कारण और अपने जनन अंगों की नियमित रूप से साफ सफाई नहीं करने की कारण उनके जनन अंगों में जो बीमारियां होती है उन्हें यौन संचारित रोग या गुप्त रोग कहा जाता है ये वे रोग है जिनकी मानवो या जानवरों में यौनसंपर्क के कारण फैलने की अत्यधिक संभावना रहती है। STD का पूरा नाम sexual transmitted desease होता है। यह संक्रमण अधिकतर यौन संचारित होते हैं इसका आम लक्षण प्राय: इस प्रकार है  :- चकत्ते, सेक्स या पेशाब के दौरान दर्द होना, औरतों की योनि की आस- पास खुजली /योनि से स्त्राव, पुरुषों के लिंग से स्त्राव, तथा फोड़े और छाले होना।
इत्यादि। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि एसटीडी केवल सेक्स के द्वारा ही होता है इनमें से कुछ रोगों का संक्रमण निम्न के माध्यम से भी प्रसारित किया जा सकता है जैसे:- किसी रोग ग्रस्त व्यक्ति की बिस्तर या
तोलियो के उपयोग द्वारा, खुले घाव या छिली हुई त्वचा से,   
STD प्राय: जानलेवा तथा खतरनाक होता है जिनका सही इलाज न होने पर मौत भी हो सकती है वैसे एड्स अब तक का  लाइलाज बीमारी है अन्य शेष का सफल इलाज है।
                                   STD का प्रमुख कारण तथा निवारण इस प्रकार है।
कारण : –
1 अनैतिक ढंग से यौन संबंध बनाना।
2 जनन अंगों की नियमित रूप से साफ सफाई नहीं करना।
3 संक्रमित स्त्री पुरुष के साथ समागम करना।
4 मासिक चक्र के दौरान मैथुन करना।
5 संक्रमित माता पिता के द्वारा संतान उत्पन्न होना।
6 एक ही nidel से अनेकों व्यक्तियों को inject  करना।  इत्यादि।

निवारण:-
1 एक स्त्री को एक ही पुरुष के साथ तथा एक पुरुष को एक स्त्री के साथ Relation sheep बनाना चाहिए।
2 मैथुन के समय condom  का प्रयोग करना चाहिए।
3 संक्रमित व्यक्ति को संतान उत्पन्न नहीं करना चाहिए।
4 जनन अंगों की नियमित रूप से साफ सफाई करना चाहिए।
5 मासिक चक्र के दौरान मैथुन से बचना चाहिए।
6 एक nidel से एक ही मरीज को inject करना चाहिए।