कैसे काम करता है fastag

FASTAG क्या है

FASTag सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा अक्टूबर 2017 में भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी (RFID) है। यह technology ड्राइवरों और देश, दोनों के लिए हो रही कई असुविधाओं को ध्यान में रखते हुए लाया गया है।

एक सर्वे के अनुसार भारत के टोल बूथ प्लाजा पर प्रतिवर्ष 12000 करोड़ रुपये का चुना लगता हैं। टोल प्लाजा पर हो रही ईंधन की बर्बादी और देश की जनता को हो रही असुविधा इसके मुख्य कारण हैं ।

टोल प्लाजा से भारत में वायु प्रदूषण के स्तर में वृद्धि भी होती है। इसलिए, भारत में FASTag को लागू करने के एजेंडों में से एक वायु प्रदूषण को भी कम करना था।

Fastag कैसे काम करता है

इस प्रणाली के तहत, टोल भुगतान सीधे कार्ड से जुड़े प्रीपेड या बचत खाते से किया जाता है। FASTag को वाहन के विंडस्क्रीन से चिपका दिया जाता है और वाहन को लेन-देन के लिए रोके बिना टोल प्लाजा से गुजारा जा सकता है और पैसा अपने आप खाते से कट जाता है। टैग बैंकों या अन्य aap जैसे paytm से ख़रीदा जा सकता है। एक बार जब FASTag वाहन मालिक के प्रीपेड खाते से जुड़ जाता है, तो मालिक की इच्छा के अनुसार रिचार्जिंग या टॉप-अप किया जा सकता है।

फास्टैग के क्या लाभ हैं।?

  • भुगतान में आसानी-किसी भी नकद लेनदेन के लिए टोलिंग सेंटर पर रुकने की आवश्यकता नहीं है।
  • वाहन का ठहराव नहीं होता इसका मतलब ईंधन का बचत
  • रिचार्ज करने में आसानी, FASTag को इंटरनेट बैंकिंग, डेबिट या क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके ऑनलाइन रिचार्ज किया जा सकता है।
  • एसएमएस अलर्ट की सुविधा।
  • उपयोगकर्ताओं के लिए ऑनलाइन पोर्टल सुरु किया जा चूका है।
  • 5 साल की वैधता है।
  • कैश बैक इंसेंटिव्स और कैश बैक का सुविधा।
  • इससे वायु प्रदुषण में कमी आएगी

क्या Fastag अनिवार्य है।? क्या यह किसी भी प्रकार के वाहन के लिए अनिवार्य है।?
जी हाँ fastag अब अनिवार्य हो चूका है। यह सभी श्रेणियों के वाहन के प्रकार के लिए अनिवार्य है।

Fastag की देखरेख कौन कर रहा है?
इंडियन हाईवे मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (IHMCL) और नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) इसकी देख रेख में लगा हुआ है।

FASTag के लिए क्या शुल्क हैं?
FASTag खरीदने के लिए paytm पर 500 रुपये का शुल्क लगेगा।

ग्राहक को FASTag के लिए आवेदन के साथ निम्नलिखित दस्तावेजों की एक प्रति प्रस्तुत करने की आवश्यकता है:।

1. वाहन का पंजीकरण प्रमाणपत्र (आरसी)।.

2. वाहन के मालिक की पासपोर्ट आकार की तस्वीर।

3. वाहन मालिक की श्रेणी के अनुसार KYC दस्तावेज (viz). व्यक्तिगत के लिए ये सभी दस्तावेज लगेंगे:

  • ड्राइविंग लाइसेंस।
  • पैन कार्ड।
  • पासपोर्ट।
  • मतदाता पहचान पत्र।
  • Aadhar कार्ड (पते के साथ)

उदाहरण के लिए, वैध ड्राइविंग लाइसेंस, आईडी प्रमाण के लिए पर्याप्त होगा।