ऐसा माना जाता है कि द्वितीय विश्व युद्ध की पृष्ठभूमि फर्स्ट वर्ल्ड वॉर के साथ ही बनने लगी थी| WW1 में जर्मनी ने अपनी हार के साथ वर्साय की संधि पर हस्ताक्षर करने के साथ ही भारी नुकसान भुगता, इसे ...

1857 की क्रांति या आजादी के लिए लड़ा जाने वाला, प्रथम स्वतंत्रता संग्राम कहा जाने वाला यह युद्ध अंग्रेजो के लिए बड़ा सबक बना जिसने ईस्ट इंडिया कंपनी के अस्तित्व को समाप्त कर दिया| हालाँकि यह क्रांति असफल रही किन्तु ...

ईस्ट इंडिया कंपनी के नाम से शायद ही कोई शक्स अनभिग्य होगा| इस कंपनी ने व्यापर करने के उद्देश्य से भारत में कदम रखा एवं भारत पर धीरे-धीरे अपना ऐसा शिकंजा कसा जिसने सम्पूर्ण भारत की जड़ो को हिलाकर रख ...

भारत की आज़ादी की लड़ाई में महात्मा गाँधी जी के योगदान को दुनिया भूल नही सकती। गाँधी जी द्वारा भारत को अंग्रेजों से मुक्त कराने के अनेक प्रयास किये गए व कई आन्दोलन छेड़े गए। उन्हीं में से एक मुख्य ...

करीब 52 महीने तक चलने वाले प्रथम विश्व युद्ध को महायुद्ध भी कहा जाता है जिसने सम्पूर्ण विश्व की नीवं को हिलाकर रख दिया| प्रथम विश्व युद्ध में तीन बड़े महाद्वीप अफ्रीका, एशिया, एव यूरोप ने भाग लिया तथा इसमें ...

किसी भी कार्य को करने की छ्मता को उर्जा कह्ते है और इस उर्जा के कई स्त्रोत है। उर्जा के स्तोत्रो मे क्रमशः रसायनिक, भौतिक, सौर्य, नाभीकीय, विद्युत, यांत्रिक जैसी कई प्रकार की उर्जा होती है। पर हर प्रकार की ...

संसार की प्राचीन सभ्यताओं में से एक मानी जाने वाली सिन्धु सभ्यता का अपना विशेष महत्त्व है एवं सिन्धु नदी के किनारे बसे होने के कारण इसका नाम सिन्धु घाटी सभ्यता पड़ा एव इसे “Indus Civilization” भी कहा जाता है| ...