टूथपेस्ट का रंग सफेद क्यों होता है?

एक अच्छी एवं चमकदार स्माइल के लिए हमारे दांतों का अहम योगदान रहता है एवं दांतों को स्वस्थ एवं सुंदर रखने में टूथपेस्ट काफी मददगार साबित होता है| हम रोज सुबह टूथपेस्ट का प्रयोग करते है एवं आजकल बाजार में अलग-अलग प्रकार की टूथपेस्ट विभिन्न रंगो में मिलती है एवं सबके अपने फायदे एवं प्रभाव है|

टूथपेस्ट को प्रभावी बनाने एवं दांतों एवं मुहं में मौजूद कैविटी एवं बैक्टीरिया को नष्ट करने के लिए इसमें अनेक तत्व मिलाये जाते है जिससे यह आपको ताजा एवं स्मूथ एहसास देता है किन्तु क्या आपको पता है कि टूथपेस्ट में ऐसा क्या मिलाते है जिससे इसका रंग सफेद हो जाता है चलिए हम आपको बताते है|

क्या मिलाया जाता है आपकी टूथपेस्ट में?

अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन के अनुसार, कुछ टूथपेस्ट में खास तरह के अपघर्षक abrasives मिलाये जाते है जिसके अंतर्गत मैग्नीशियम कार्बोनेट, कैल्शियम कार्बोनेट, हाइड्रेटेड एल्युमीनियम ऑक्साइड, फ्लोराइड आदि तत्व आते है जो इसे सफेद रंग देते है|

इस सभी में मिश्रित होने से टूथपेस्ट का निर्माण होता है जो दांतों के पीलेपन को दूर करने में सहायता करता है एवं कीटाणुओं को नष्ट करता है|

आजकल टूथपेस्ट जेल बेस एवं आयुर्वेदिक फॉर्म में भी उपलब्ध होने लगी है|

50% टूथपेस्ट में अपघर्षक का इस्तेमाल किया जाता है| कुछ टूथपेस्ट में silicates एवं phosphate साल्ट का भी इस्तेमाल किया जाता है जो लम्बे समय तक दांतों की फ्रेशनेस को बरकरार रखता है|

दांतों के स्वास्थ्य को बनाये रखने के लिए दिन में कम से कम दो बार ब्रश जरुर करना चाहिए| आजकल हाइली एक्टिव whitening टूथपेस्ट का चलन बढ़ता जा रहा है किन्तु दांतों का प्राक्रतिक रंग हल्का पीला ही होता है अत: अधिक whitening टूथपेस्ट से दांत कमजोर पड़ सकते है|

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